: यूपी -ओमीक्रॉन वायरस से घबराये नहीं ,कोविड गाइडलाइन का पालन करें ,सरकार आपके साथ -मंत्री सुरेश खन्ना

Admin
Sat, Dec 4, 2021
लखनऊ.: (B.N.E) देश अभी पूरी तरह से कोरोना संक्रमण से निजात भी नहीं पाया है कि अब इसके नए स्वरुप ने लोगो के अंदर डर पैदा कर दिया है। सोशल मीडिया और अन्य समाचार माध्यमों से पता चल रह है कि ये ओमिक्रॉन अब तक का सबसे खतरनाक वायरस है. जिसको लेकर केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें भी चिंतित है .और इससे निपटने के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कवायद में यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने आम लोगो को आगाह करते हुए कहा कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से निपटने के लिए यूपी सरकार पूरी तरह सक्षम है। जनता को ओमिक्रॉन से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। ओमिक्रॉन, डेल्टा प्लस से कम खतरनाक है और योगी सरकार इससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है। ओमिक्रॉन की जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए पीजीआई, केजीएमयू व लोहिया संस्थान को निर्देश दे दिए गए हैं। मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार कोरोना वायरस के गंभीर रुप को काबू कर कोरोना को न्यूनतम स्तर पर लाने में सफल रही है।इसलिए इस नए वायरस से भी घबराने की जरुरत नहीं है। डर समस्या का समाधान नहीं है। प्रदेश सरकार ने सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हैं। किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि, विशेषज्ञों की राय है कि यह डेल्टा प्लस से कम खतरनाक है। वही दूसरी ओर डीजी हेल्थ देवब्रत ने कहा कि प्रदेश में एक बार फिर से रोजाना दो से ढाई लाख सैंपल टेस्ट करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल ये संख्या कम होकर डेढ़ लाख तक आ गई थी। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। सभी सार्वजनिक स्थानों पर कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर का पालन कराने के साथ वैक्सीनशन के लिए कहा जा रहा है। यही नहीं ,टीकाकरण और फोकस टेस्टिंग के लिए भी कहा गया है. शिक्षण संस्थानों, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, चिकित्सा संस्थानों में कर्मियों की जांच की जा रही है। एयरपोर्ट पर हर यात्री की आरटीपीसीआर जांच के निर्देश दिए गए हैं। इनमें उन पर खास नजर रखी जाएगी, जो ओमिक्रॉन पीड़ित देश से आ रहे हैं। संक्रमित मिलने पर हर हाल में रहना होगा आइसोलेशन में :- विदेश से आने वाला कोई भी यात्री अगर कोरोना वायरस संक्रमित पाया जाता है तो हर हाल में उसे आइसोलेशन में रहना होगा। और यदि नेगेटिव आता है तो होम क्वारन्टीन में रहना होगा। इस यात्री की 8वें दिन फिर जांच होगी, नेगेटिव आने पर क्वारन्टीन खत्म हो जाएगा। लखनऊ और वाराणसी में अंतराष्ट्रीय फ्लाइट्स आती है इसलिए आइसोलेशन के लिए अलग से चिकित्सालय चिन्हित किये गए हैं।
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