: हिंसा -मरने वालों के परिजनों को 45 लाख ,घायलों को मिलेंगे 10 लाख रूपये ,HC के रिटायर्ड जज करेंगे जांच

Admin
Tue, Oct 5, 2021
(B.N.W) लखीमपुर खीरी में हिंसा में किसानों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश शासन के अधिकारियों और किसानों के बीच समझौता हो गया है और उनकी सभी मांगे मान ली गई हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने सोमवार को बताया कि किसानों के बीच समझौते के तहत लखीमपुर में मारे गए चार किसान परिवारों को 45-45 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को स्थानीय स्तर पर सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। उन्होंने आगे बताया, जबकि घायलों को बेहतर इलाज के लिए 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। किसानों की मांग पर मामले की न्यायिक जांच हाई कोर्ट के रिटायर जज से कराई जायेंगी। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग पर पूरे मामले की प्रभावी जांच जल्द से जल्द कराई जाएगी। वहीं ADG (कानून-व्यवस्था), UP, प्रशांत कुमार ने भी लखीमपुर में किसान नेता राकेश टिकैत के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस ये जानकारी दी। ADG ने कहा, "कोई भी दोषी व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा, बहुत जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। तहरीर पर अलग-अलग संबंधित धाराओं में FIR दर्ज की गई हैं।" जिले में नहीं आ सकते राजनीतिक दलों के नेता ADG कुमार ने आगे बताया, "CrPC की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले का दौरा नहीं करने दिया गया है। हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है।" प्रशांत कुमार ने कहा कि कल लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी देगी। घायलों को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे। किसानों की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज की जाएगी। हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे। गौरतलब है कि रविवार को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव में आयोजित किए जा रहे एक कार्यक्रम में शिरकत करने के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। आरोप है कि मिश्रा के बेटे आशीष ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे उनकी मौत हुई। इस मामले में आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मंत्री ने बेटे की हत्या की साजिश बताई वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने अपनी सफाई में कहा कि वीडियो में साफ है कि कुछ लोग मार रहे हैं और ये भी कह रहे हैं कि तुम मंत्री जी का नाम लो। मेरी गाड़ी कार्यकर्ताओं को लेकर जा रही थी, शायद उन्होंने उसे देखकर ये समझा हो कि मेरा बेटा उसमें है। उसकी हत्या करने के लिए भी ये हमला हो सकता है। टेनी ने आगे कहा, "मैं मांग करता हूं कि कल मारे गए हर एक BJP कार्यकर्ता के परिवारों को 50 लाख रुपए दिए जाएं। मामले की या तो CBI, SIT या किसी मौजूदा/रिटायर जज की देखरेख में जांच की जानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
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